Who is Jesus,
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Who is Jesus Christ,
who is Jesus to youबाइबल में प्रभु यीशु मसीह के बारे में क्या लिखा है
आइए जानते हैं
कहानी शुरू होती है यूसुफ से
परमेश्वर की ओर से जिब्राईल स्वर्गदूत गलील के नासरत नगर में एक कुंवारी के पास भेजा गया
जिस की मंगनी यूसुफ नाम दाऊद के घराने के एक पुरूष से हुई थी: उस कुंवारी का नाम मरियम था।
और स्वर्गदूत ने उसके पास भीतर आकर कहा; आनन्द और जय तेरी हो, जिस पर ईश्वर का अनुग्रह हुआ है, प्रभु तेरे साथ है।
वह उस वचन से बहुत घबरा गई, और सोचने लगी, कि यह किस प्रकार का अभिवादन है?
स्वर्गदूत ने उस से कहा, हे मरियम; भयभीत न हो, क्योंकि परमेश्वर का अनुग्रह तुझ पर हुआ है।
और देख, तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा; तू उसका नाम यीशु रखना।
वह महान होगा; और परमप्रधान का पुत्र कहलाएगा; और प्रभु परमेश्वर उसके पिता दाऊद का सिंहासन उस को देगा।
मरियम ने स्वर्गदूत से कहा, यह क्योंकर होगा? मैं तो पुरूष को जानती ही नहीं।
स्वर्गदूत ने उस को उत्तर दिया; कि पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ तुझ पर छाया करेगी इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।
स्वर्गदूत बोल रहा है कि वह उत्पन्न होने वाला है जो वह परमेश्वर का पुत्र कहलायेगा
यानी कि यहां पर मरियम का पुत्र नहीं कहलाएगा और ना ही यूसुफ का पुत्र का लाएगा जिससे मरियम का शादी होने वाला था
क्योंकि जो वचन परमेश्वर की ओर से होता है वह प्रभावरिहत नहीं होता।
यीशु मसीह का जन्म तो परमेश्वर के वचन अनुसार हुआ है या कल यह वचन ही दे धारी हुआ है जैसा कि लिखा है
यूहन्ना 1:1
आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था।
यही आदि में परमेश्वर के साथ था।
वे न तो लोहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं।
यूहन्ना 1:14
और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण होकर हमारे बीच में डेरा किया, और हम ने उस की ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा।
एक जगह तो परमेश्वर भी यीशु मसीह को अपना पुत्र कहा आइए जानते हैं कहां यह बात कहा
जब यरदन नदी के पास यूहन्ना बपतिस्मा दे रहा था लोगों को
तब यीशु भी वहां पहुंचा बपतिस्मा लेने के लिए
जब यूहन्ना बपतिस्मा उसी को दे दिया तब
लूका 3:22
पवित्र आत्मा शारीरिक रूप में कबूतर की नाईं उस पर उतरा, और यह आकाशवाणी हुई, कि
तू मेरा प्रिय पुत्र है, मैं तुझ से प्रसन्न हूं॥
भाइयों और बहनों यह जो लिखा है हमने बहुत डर - डर के लिखा है
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शुक्रिया परमेश्वर आपको बहुत आशीष दें आमीन
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